होली, एक ऐसा त्यौहार जिसमें चेहरे पर लगा रंग सारे भेद मिटा देता है | होली के दिन सब हंसी-मजाक माफ होता है (बशर्ते कि वो दायरे से बाहर न हो) |
काश कि हर दिन ऐसा ही खुशियों से भरा होता -
दोहा-
होली का असली मजा, यारों के संग आये|
और,
इतना मलो गुलाल कि, रंग भेद मिट जाए||
दोहा-
होली का असली मजा, यारों के संग आये|
और,
इतना मलो गुलाल कि, रंग भेद मिट जाए||
धरती ने किया सिंगार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
और,
बरसे प्यार दुलार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
कि होरिया मा रंग बरसे |
और,
बरसे प्यार दुलार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
सखियाँ बैठीं अवध की नगरिया ,
कान्हा के संग है सौतन मुरलिया ,
तभी.. आई बिरज से धार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
सभी..
हो गयीं लालम-लाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
कान्हा के संग है सौतन मुरलिया ,
तभी.. आई बिरज से धार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
सभी..
हो गयीं लालम-लाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
काहे रे पड़ोसी काहे इतना सरमाये ,
होरी के रंग से काहे खुद को बचाये ,
चल.. निकल दुआरे आ ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
हमरी,
भौजी का सामने ला ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
होरी के रंग से काहे खुद को बचाये ,
चल.. निकल दुआरे आ ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
हमरी,
भौजी का सामने ला ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
आज नहीं कउनो छिपना-छिपाना ,
बीवी का रंग सारी को लगाना ,
हमरा..
सारी पे आधा अधिकार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
बीवी..
गुस्से से हो गयी लाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
बीवी का रंग सारी को लगाना ,
हमरा..
सारी पे आधा अधिकार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
बीवी..
गुस्से से हो गयी लाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
हम सब की महफ़िल मा भांग चले ,
हाँ जी, भांग चले ,
अरे, भांग चले,
और, दद्दू की महफ़िल मा ज्ञान चले ,
भैया ज्ञान चले ,
आजहू , ज्ञान चले ,
आज..
ज्ञान को चूल्हे में डाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
दिल से..
दिल पे मलो गुलाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
हाँ जी, भांग चले ,
अरे, भांग चले,
और, दद्दू की महफ़िल मा ज्ञान चले ,
भैया ज्ञान चले ,
आजहू , ज्ञान चले ,
आज..
ज्ञान को चूल्हे में डाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
दिल से..
दिल पे मलो गुलाल ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
संग मिल सबका हँसना-हँसाना,
कउन है अपना , कउन बेगाना ,
रंग..
ढँक गया ये आकाश ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
रोज..
ऐसी खुशी हो काश ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
कउन है अपना , कउन बेगाना ,
रंग..
ढँक गया ये आकाश ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
रोज..
ऐसी खुशी हो काश ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
बरसे प्यार-दुलार,
कि होरिया मा रंग बरसे |
हाँ,,
धरती ने किया सिंगार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
कि होरिया मा रंग बरसे |
हाँ,,
धरती ने किया सिंगार ,
कि होरिया मा रंग बरसे |
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सभी को होली की अग्रिम और असीम शुभकामनायें |
सभी को होली की अग्रिम और असीम शुभकामनायें |
बेजोड होरी लिक्खे हो बेटा!! एकदम दिल खुस हो गया अऊर अपना देस इयाद आ गया.. भगवान से एही दुआ है कि होरी का सब्भे रंग तुमरे जीवन में समा जाए अऊर परमात्मा सब तकलीफ होलिका में जरा दे!! हैप्पी होली!!
ReplyDeleteआपको और आपके परिवार को
ReplyDeleteहोली की रंग भरी शुभकामनायें
aagrah hai mere blog main bhi sammlit ho
aabhar
ब्लॉग बुलेटिन की पूरी टीम की ओर से आप सब को सपरिवार होली ही हार्दिक शुभकामनाएँ !
ReplyDeleteआज की ब्लॉग बुलेटिन हैप्पी होली - ब्लॉग बुलेटिन मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार !
बहुत सुंदर ......शुभ होली
ReplyDeleteआप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं!
ReplyDeleteक्या बात है ...बहुत खूब ....!!
ReplyDeleteबेहतरीन प्रस्तुति,होली की हार्दिक शुभकामनाएँ.
ReplyDeleteबहुत अच्छी प्रस्तुति संवेदनशील हृदयस्पर्शी मन के भावों को बहुत गहराई से लिखा है
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