10 Dec 2012

माँ

माँ की जिंदगी में बच्चा नहीं आता है , बच्चे की जिंदगी में माँ आती है (ऐसा मेरा मानना है )-


आज सिरहाने एक हवा आयी ,

जैसे उसकी कोई दुआ आयी | 


वो वक्त सोचता हूँ , तो ठहर जाता हूँ ,

जिस वक्त मेरी जिंदगी में माँ आयी | 


रातें बहुत बितायीं , उसके हाथों के तकिये पर ,

उसके होठों पे कुछ मीठी सी लोरियाँ आयीं | 


रात भर झलती रही पंखा , वो यूँ ही मुझे ,

मैं सोता रहा और उसको नींद कहाँ आयी | 


उसके पास नहीं हूँ , बेशक , उसकी कमी भी है ,

पर आँखें बंद कर के देखा जो , वो वहाँ आयी | 


आज जब याद करने बैठा , पुरानी यादों को ,

याद मुझको मेरी माँ की दास्ताँ आयी ||
.
@!</\$}{
.

15 comments:

  1. Very emotional creation Akash ji.

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  2. माँ साथ नहीं है पर उनका अहसास
    और आशीर्वाद सदैव अपने बच्चों के साथ होता है...
    बहुत ही सुन्दर रचना...
    :-)

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  3. माँ जीवन की नैया है, माँ जीवन का सार |
    माँ की महत्ता जीवन में, जैसे अपरमपार ||

    आपकी इस उत्कृष्ट पोस्ट की चर्चा बुधवार (12-12-12) के चर्चा मंच पर भी है | जरूर पधारें |
    सूचनार्थ |

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  4. आकाश जी मानने से क्या होता है माँ से अस्तित्व है बच्चे का बच्चे से माँ का नहीं भावपूर्ण अभिव्यक्ति बधाई भारत पाक एकीकरण -नहीं कभी नहीं

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  5. माँ
    मुझे तुम
    खेलने को खिलौना मत दो
    पर मेरे मन को
    यह मत कहो कि
    वह खिलौना देखकर
    मचलना छोड़ दे ...
    मेरे मन का बच्‍चा अभी भी
    तुम्‍हारे साये में चलता है
    उससे ये मत कहो
    कि वो तुम्‍हारी
    थाम के उंगली चलना छोड़ दे ...!!!
    माँ कितनी भी दूर हो पर हमेशा साथ रहती है
    अनुपम भाव संयोजित किये हैं आपने

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  6. माँ के जीवन में बच्चा आता है या बच्चे के जिन्नगी में माँ आती है.. हमरे बिचार में दुनो का एक्के साथ जनम होता है.. जब बच्चा जनम लेता है त ओही दिन माँ को भी नया जिन्नगी मिलता है.. एही से ऊ रिस्ता दुनिया का सब रिस्ता से ऊपर है अऊर माँ के चरणों में सुरग होने का बात कहा गया है..
    बहुत अच्छा कविता है.. एगो माँ के लिए अइसा बेटा मिलना गर्ब का बात है अऊर बेटा के लिए भी. हम त बंगाल के संस्कृति को आझो सलाम करते हैं जहाँ बेटी को भी माँ कहकर बोलाते हैं!!

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  7. बहुत सुन्दर आकाश.....
    किसी कविता में माँ शब्द का होना ही उसको खूबसूरत बना देता है....
    बहुत अच्छे भाव उकेरे हैं...
    खुश रहो..

    सस्नेह
    अनु

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  8. ek sanzidagi se laberej prastuti,sundar bhav

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  9. एक माँ के दिल में ममत्व उभारने के लिए ये कविता काफी है बहुत प्यारी रचना शुभकामनाएं

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  10. माँ इंसान के जीवन का सबसे कीमती उपहार है ...
    बहुत ही प्यारी रचना ...

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  11. माँ पर कुछ भी कहना , शब्दों में नहीं समाया जा सकता है .. माँ से बढकर कोई नहीं है , मेरी माँ नहीं है , इसलिए माँ का महत्व मेरे लिए भगवान् से ज्यादा है .


    आदरणीय आकाश मिश्र जी , आपके कमेंट ने मेरी कहानी " आभार एशो " में जान डाल दी.

    आप का दिल से आभार .


    धन्यवाद मित्र. कभी बात करियेंगा . मेरा नंबर है 09849746500

    विजय

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  12. "तुम्हारे मुस्कुराहट के सहारे आज
    हर कोशिश है खुश रहने की
    तुम्हारे गोद,तुम्हारे आँचल में आने की
    पर जितना कि तुमसे दूर हूँ
    उतना ही पास चला आता हूँ,माँ..!
    आज हर साँस के साथ,
    बेहिसाब...
    याद आती है,माँ..!"
    माँ के लिए जितना लिखा जाए उतना कम...|

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  13. माँ - बच्चे की कल्पना में होती है प्रस्फुटन से
    बच्चा - माँ को अनदेखे चेहरे का स्वर्णिम एहसास देता है
    माँ - बातें करती है आनेवाले शिशु से
    बच्चा - माँ की हर सोच से जुड़ता है ......................... यह रिश्ता साथ साथ चलता है

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